bhairav kavach - An Overview
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डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभु
गणाराट पातु जिह्वायामबिस्टाबीह शक्तिबी: सहा
भक्तियुक्तेन मनसा कवचं पूजयेद्यदि ॥ २५॥
ॐ ह्रीं विश्वनाथः सदा पातु सर्वाङ्गं मम सर्वदः ॥ १५॥
ॐ श्मशानस्थो महारुद्रो महाकालो दिगम्बरः ।
सम्पूजकः शुचिस्नातः भक्तियुक्तः समाहितः ।
वामपार्श्वे समानीय शोभितां वर कामिनीम् ।।
वाद्यम् वाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा ॥
पातु शाकिनिका पुत्रः सैन्यं वै कालभैरवः
ತಸ್ಮಾತ್ ಸರ್ವಪ್ರಯತ್ನೇನ ದುರ್ಲಭಂ ಪಾಪಚೇತಸಾಮ್
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आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, read more आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।